हवन विधि-Hawan Vidhi Karauli Shankar Mahadev
दोस्तों हवन विधि में आपको नव हवन और एक आरोग्य ऊर्जा वृद्धि का हवन करना होता है उसके पश्चात दरबार के द्वारा कराए जाने वाले सभी संकल्प आपको करने होते हैं और इस प्रक्रिया में लगभग 15 दिन का समय लग सकता है बाकी आप अपनी क्षमता के अनुसार एक महीने में एक हवन अथवा दो महीने में एक हवन कर सकते हैं और सबसे उत्तम है कि आप लगातार नव हवन और आरोग्य ऊर्जा वृद्धि का हवन पूरे परिवार के साथ दरबार में करें.
हवन आप अपने घर पर भी कर सकते हैं इसमें से आरोग्य ऊर्जा वृद्धि का हवन का हवन आरोग्य ऊर्जा वृद्धि का हवन आपको दरबार में ही करना होता है.
Vidhi | Time/समय अवधि | कार्यक्रम |
हवन विधि-Hawan Vidhi |
लगातार 15 दिन या फिर 1 महीने के अंतराल पर,जितना जल्दी करेंगे उतना अच्छा है | गुरुदेव द्वारा नव हवन और आरोग्य ऊर्जा वृद्धि हवन का पुण्य देने के पश्चात आपको दरबार के सभी संकल्प करने होते हैं.
ब्लैक मैजिक/मारण संकल्प, स्मृति चिकित्सा संकल्प. 3 रुद्राभिषेक प्रक्रिया के बाद आपको करना होता है. श्री विष्णु सहस्त्रनाम ताकि आपके पूर्वजों की मुक्ति हो सके और श्राप से मुक्ति हो सके. |
लेपन
सभी प्रक्रिया पूर्ण होने के पश्चात आपको कम से कम 3 महीने लेपन अवश्य करना चाहिए क्योंकि तमाम रोगी नकारात्मक स्मृतियों के कारण आपके मस्तिष्क को भ्रमित करते हैं जिनके कारण आपके मस्तिष्क में सुजान बन जाती है और यह सूजन किसी भी अंग्रेजी दवा से नहीं जाती है केवल और केवल बाबा मां के ऊर्जा से ऊर्जा हुआ की शक्तियों से ऊर्जित आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां से बनाया गया लेपन ही आपके मस्तिष्क की सूजन को हमेशा के लिए नष्ट कर सकती है और जिसके जाते ही आपका मस्तिष्क और आपका स्थूल शरीर का जो तालमेल वह पूर्णतया बैठ जाता है और आपका ब्रेन मस्तिष्क आपके शरीर को सकारात्मक दिशा में चलने लगता है.
दोस्त यदि आपके घर में कोई असद रोगी रहा है आसन असाध्य ए तो उसको आपको कम से कम 6 महीना लेपन अवश्य कारण क्योंकि उसे व्यक्ति के मस्तिष्क में सूजन बहुत होती है और उसको नष्ट होने में अधिक समय लगेगा अन्यथा वह बेवजह का क्रोध करेगा और अधिक सोचेगा.
दोस्त यदि आपके घर में बहुत ही गंभीर असाध्याय रोगी जो दुनिया में कोई नहीं ठीक कर सकता वैसे रोगी को एक साल तक लेपन अवश्य कारण जैसे किसी बच्चे को ऑटिज्म रहा हो किसी को कैंसर रहा है तो इस तरह के रोगियों को 1 साल लेपन आवश्यक है.
सिद्ध दिव्य हवन से सम्बंधित जानकारी हेतु ?
पूरी प्रक्रिया में आपको कुल नौ हवन करने होते हैं। ये हवन आप माता जी के दरबार प्रांगण में भी कर सकते हैं या अपने घर व प्रतिष्ठान पर ले जाकर भी कर सकते हैं। नौ हवन लगातार नौ दिन में भी किए जा सकते हैं, बस यह ध्यान रखा जाए कि यदि इस बीच अमावस्या हो तो उस दिन हवन न किया जाए। और यदि अमावस्या से पहले ही आपके सात हवन पूरे हो गए हैं तो दरबार आकर आप अमावस्या कार्यक्रम में भी भाग ले सकते हैं।
यह आपकी इच्छा पर निर्भर है, अन्यथा नौ हवन के बाद अमावस्या के कार्यक्रम में भाग ले ही सकते हैं। दरबार के हवन, सिद्ध हवन हैं जो 21 अभिमंत्रित सामग्रियों से वैदिक विधि-विधान द्वारा तैयार किए गए हैं। ये हवन आसानी से घर पर ही किए जा सकते हैं।
इसके लिए ब्राह्मण, कथा, मंत्र या किसी प्रकार के अन्य अनुष्ठान की कोई पूर्व तैयारी की आवश्यकता नहीं होती। हवन किट में पूरी विधि व नियम लिखे गए हैं।