Darbar Ki Prakriya/दरबार प्रक्रिया
दोस्त जैसा कि हमारे गुरुदेव कहते हैं किसी भी चीज को मनाना नहीं है जानना है अर्थात अनुभव करना है फिर विश्वास करना है और अनुभव करने के लिए आपको किसी चीज में उतरना होता है.
और इसके लिए यदि आप दरबार से जुड़ना चाहते हैं तो आप सर्वप्रथम दरबार आए और यहां आकर लोगों से बात करें और बाबा मां के दरबार में बैठकर शक्तियों की अनुभूति करें प्रार्थना करें इससे आपके यहां के बारे में पता चलेगा इसके साथ-साथ आपको अनुभव होगा और उसे दिव्य अनुभूति से ही आप यह समझ जाएंगे कि वाकई में या सच्चा दरबार है और यहां पर भोलेनाथ और मां अर्थात शिव और शक्ति का साक्षात वास है.
इसके बाद अपने आप ही आप इस दरबार की ओर आपका झुकाव बढ़ जाएगा इसके पश्चात आप दरबार की जो पांच प्रक्रियाएं हैं उनमें से कोई एक विधि की तरफ जा सकते हैं जिनमें से सबसे पहले प्रक्रिया है.
वनडे हवन की जिसको हमने डिटेल में वनडे हवन वाले पेज में बताया हुआ है
उसको जरूर पढ़ें दूसरी विधि है हवन विधि जिसमें की करीब 15 दिन लगते है
नमन विधि जिसमें कि आपके सात अमावस्या एवं 21 शनिवार आना होता है
बाबा मां की कृपा से आप सभी के लिए अद्भुत शक्तियां खुली है दरबार में दंडवत यात्रा एवं पदयात्रा के रूप में जिन वीडियो का पालन करके आप निशुल्क रूप से वनडे हवन का पूर्ण अर्जित कर सकते हैं और जिस पुन्य से आपका पूर्वज मुक्ति के साथ शुद्ध का पूरा कार्यक्रम हो जाएगा और सभी दुखों से छुटकारा आपको मिल जाएगा.
नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके आप एक-एक करके सभी वीडियो के बारे में डिटेल में पढ़ सकते हैं.
No. | Prakriya/प्रक्रिया Name | Time/समय अवधि | कार्यक्रम |
1 | One Day Hawan/ एकदिवसीय वनडे हवन | 1 एक पूरा दिन |
बाबा मां की आरती,
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2 | हवन विधि | लगातार 15 दिन या फिर 1 महीने के अंतराल पर,जितना जल्दी करेंगे उतना अच्छा है |
आप लगातार 9 हवन कर सकते हैं या फिर एक महीने के गैप पर कर सकते हैं.
श्री विष्णु सहस्त्रनाम ताकि आपके पूर्वजों की मुक्ति हो सके और श्राप से मुक्ति हो सके. |
3 | नमन विधि | 7 अमावस्या 21 शनिवार |
नमन विधि में आपको गुरुदेव की कृपा से 9 हवन का पुण्य और एक आरोग्य ऊर्जा वृद्धि हवन का पुण्य आपको प्राप्त होगा इस पुण्य से आप एक अमावस्या करके अपने पूर्वजों की मुक्ति कर सकते हैं उसके पश्चात आप दरबार से दीक्षा भी ले सकते हैं.
श्री विष्णु सहस्त्रनाम, |
4 | दंडवत यात्रा | 5 दिन |
दंडवत यात्रा में आपको गुरुदेव की कृपा से एकदिवसीय वनडे हवन पुण्य आपको प्राप्त होगा इस पुण्य से आप एक अमावस्या करके अपने पूर्वजों की मुक्ति कर सकते हैं उसके पश्चात आप दरबार से दीक्षा भी ले सकते हैं.
श्री विष्णु सहस्त्रनाम,
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5 | पदयात्रा | ज्यादा से ज्यादा 15 दिन बाकी आपकी क्षमता पर निर्भर करता है |
पदयात्रा में आपको गुरुदेव की कृपा से एकदिवसीय वनडे हवन पुण्य आपको प्राप्त होगा इस पुण्य से आप एक अमावस्या करके अपने पूर्वजों की मुक्ति कर सकते हैं उसके पश्चात आप दरबार से दीक्षा भी ले सकते हैं.
श्री विष्णु सहस्त्रनाम,
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लेपन
सभी प्रक्रिया पूर्ण होने के पश्चात आपको कम से कम 3 महीने लेपन अवश्य करना चाहिए क्योंकि तमाम रोगी नकारात्मक स्मृतियों के कारण आपके मस्तिष्क को भ्रमित करते हैं जिनके कारण आपके मस्तिष्क में सुजान बन जाती है और यह सूजन किसी भी अंग्रेजी दवा से नहीं जाती है केवल और केवल बाबा मां के ऊर्जा से ऊर्जा हुआ की शक्तियों से ऊर्जित आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां से बनाया गया लेपन ही आपके मस्तिष्क की सूजन को हमेशा के लिए नष्ट कर सकती है और जिसके जाते ही आपका मस्तिष्क और आपका स्थूल शरीर का जो तालमेल वह पूर्णतया बैठ जाता है और आपका ब्रेन मस्तिष्क आपके शरीर को सकारात्मक दिशा में चलने लगता है.
दोस्त यदि आपके घर में कोई असद रोगी रहा है आसन असाध्य ए तो उसको आपको कम से कम 6 महीना लेपन अवश्य कारण क्योंकि उसे व्यक्ति के मस्तिष्क में सूजन बहुत होती है और उसको नष्ट होने में अधिक समय लगेगा अन्यथा वह बेवजह का क्रोध करेगा और अधिक सोचेगा.
दोस्त यदि आपके घर में बहुत ही गंभीर असाध्याय रोगी जो दुनिया में कोई नहीं ठीक कर सकता वैसे रोगी को एक साल तक लेपन अवश्य कारण जैसे किसी बच्चे को ऑटिज्म रहा हो किसी को कैंसर रहा है तो इस तरह के रोगियों को 1 साल लेपन आवश्यक है.
सिद्ध दिव्य हवन से सम्बंधित जानकारी हेतु ?
पूरी प्रक्रिया में आपको कुल नौ हवन करने होते हैं। ये हवन आप माता जी के दरबार प्रांगण में भी कर सकते हैं या अपने घर व प्रतिष्ठान पर ले जाकर भी कर सकते हैं। नौ हवन लगातार नौ दिन में भी किए जा सकते हैं, बस यह ध्यान रखा जाए कि यदि इस बीच अमावस्या हो तो उस दिन हवन न किया जाए। और यदि अमावस्या से पहले ही आपके सात हवन पूरे हो गए हैं तो दरबार आकर आप अमावस्या कार्यक्रम में भी भाग ले सकते हैं।
यह आपकी इच्छा पर निर्भर है, अन्यथा नौ हवन के बाद अमावस्या के कार्यक्रम में भाग ले ही सकते हैं। दरबार के हवन, सिद्ध हवन हैं जो 21 अभिमंत्रित सामग्रियों से वैदिक विधि-विधान द्वारा तैयार किए गए हैं। ये हवन आसानी से घर पर ही किए जा सकते हैं।
इसके लिए ब्राह्मण, कथा, मंत्र या किसी प्रकार के अन्य अनुष्ठान की कोई पूर्व तैयारी की आवश्यकता नहीं होती। हवन किट में पूरी विधि व नियम लिखे गए हैं।